जहाँ रोटी के लिए कोई रोता न होगा, ऐसा मेरा भारत होगा। जहाँ रोटी के लिए कोई रोता न होगा, ऐसा मेरा भारत होगा।
स्वच्छ होगी जब बच्चों आपकी भाषा चारों ओर दिखेगी तुमको आशा ही आशा। अच्छी अच्छी जब स्वच्छ होगी जब बच्चों आपकी भाषा चारों ओर दिखेगी तुमको आशा ही आशा। अ...
भावों का व्यतिरेक है ,नहीं शिल्प का ज्ञान। छन्द सृजन संभव नहीं ,मैं मूरख अंजान।। जी भावों का व्यतिरेक है ,नहीं शिल्प का ज्ञान। छन्द सृजन संभव नहीं ,मैं मूरख अंजा...
जिन्होंने एक साधारण बालक को फर्श से अर्श तक पहुँचाकर सिद्ध किया जिन्होंने एक साधारण बालक को फर्श से अर्श तक पहुँचाकर सिद्ध किया
मानव जीवन जीने का आधार ही ज्ञान है, इससे भूल से विमुख कभी मत होना। ज्ञान सिखाता है मानव जीवन जीने का आधार ही ज्ञान है, इससे भूल से विमुख कभी मत होना। ज्ञ...